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अबूझमाड़ से आदिवासीयों ने लगाई गुहार मणिपुर हिंसा एवं सरकार का किया विरोध प्रदर्शन
माड़संदेश(अबुझमाड़) कानसाय नेताम ब्लॉक रिपोर्टर
नारायणपुर जिले का अबुझमाड़ क्षेत्र जिसके बारे में सभी लोगों की सोच अलग-अलग है, परन्तु वास्तविकता में घने साल-सागोन के वनों से आच्छादित यह दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र अपने आप में बस्तर की बहुमूल्य धरोहर को संजोय हुए है।
एक समय ऐसा भी था जब पुरा का पुरा बस्तर ही लोगों के लिए कौतूहल का विषय हुआ करता था और इस क्षेत्र को लोग भूख गरीबी अज्ञानता से जानते थे , परन्तु आज का समय बदल चुका है अब प्रत्येक गांव में शालाएं हैं जिससे शिक्षा का प्रसार होना स्वाभाविक है इसी के चलते अब इस अबुझमाड़ कहे जाने वाले क्षेत्र में सामान्य जन अपने अधिकारों के लिए शासन-प्रशासन,सरकार के सामने खडे़ होने लगे हैं।
अपने हकों की ऐसी ही एक लड़ाई ईरकभट्टी में पिछले नौ माह से अनवरत जारी है अब देश की एक और ज्वलंत घटना जो मणीपुर में हुई है वह भी इस आंदोलन का हिस्सा बन गई है विगत दिनों क्षेत्र के अनेकों गांवों से जनसमूह इस अमानवीय घटना का विरोध दर्ज कराने एकत्र हुआ वह सरकार को कुम्भकरणी नींद से जगाने के लिए नारों के स्थान पर स्वरचित गीतों पर नाचते गाते विरोध प्रदर्शन किया, स्थानीय ग्रामीणों ने केन्द्र की मोदी सरकार को उसके वादे याद कराते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया।