नगर पालिका के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में, नगर की व्यवस्था हो रहा बेहाल
जिला नारायणपुर
छ.ग. नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर प्रदेश भर के नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी 19 नवम्बर 2024 से जिला स्तरीय अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे है, कर्मचारियों के प्रमुख मांग है कि उन्हे लोक निर्माण विभाग, पी.एच.ई. विभाग एवं वन विभाग के तर्ज पर निकायों से सीधे वेतन भुगतान किया जावे।
महासंघ के नेतृत्व में काम कर रहे कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों की अनदेखी से नाराज होकर यह आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया है। कर्मचारियों का कहना है कि ठेका प्रथा समाप्त कर उन्हे नियमित किया जावें, और उनके बैंक खातों में सीधे वेतन भुगतान किया जावें, जैसा अन्य विभागों में किया जा रहा है, इसके अलावा वे सम्मान राशि के रूप में 4000.00 रूपये की राशि की मांग कर रहे है। जो अन्य विभागों के कर्मचारियों को दी जा रही है लेकिन नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारियों को वह राशि नही मिल रही हैं।
महासंघ के नारायणपुर जिला अध्यक्ष विकास शर्मा द्वारा बताया गया कि, हमने कई बार ज्ञापनों के माध्यम से शासन को अपनी मांगों से अवगत कराया है, लेकिन हमारी आवाज हमेशा अनसूनी की गई है। हमारी प्रमुख मांग है कि नगरीय निकायों में प्लेसमेंट एवं ठेका प्रथा को तत्काल बंद किया जाएं, और कर्मचारियों को निकायों में 5 से 10 वर्ष की सेवा के बाद समायोजित किया जावे, इसके अलावा हम चाहते है कि 13 मार्च 2024 को गठित बारिक समिति में महासंघ के पदाधिकारियों को सदस्य के रूप में शामिल किया जावे। उन्होनें यह भी कहा हमने शासन से कई बार हमारी मांगों पर ध्यान देने की अपील की गई है लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये है इसलिए 19 नवम्बर 2024 से अनिश्चित कालीन हड़ताल में बीते एक सप्ताह से नगर पालिका के कर्मचारी वेतन बढ़ोतरी और संविलियन को लेकर बखरुपारा के बाजार स्थल में धरना देने को मजबूर हो गए हैं।
नगर की व्यवस्थायें को देखा जाए तो कई नालियाँ में पानी जाम की स्थिति बनी हुई है और नगर में यहां वहां गंदगी से नगर का हाल बेहाल हो गया है।नगर के रहवासी पानी की कमी और कुड़ा करकट के अस्त व्यस्त होने से काफी ज्यादा परेशान हो गए हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी माँगे पूरी नहीं करती तब तक हम हड़ताल से नहीं हटेंगे, सरकार को अल्टीमेटम दिया गया है कि हमारी मांगे यदि पूरी नहीं होती है तो और भी उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। यदि इसी प्रकार से हड़ताल पर रहे तो नगर की व्यवस्था और भी बेहाल हो जाएगी।