वन कर्मी गजेंद्र मरकाम पर मजदूरों की गाढ़ी कमाई रोकने का आरोप – 6 माह से बकाया मजदूरी, फॉरेस्ट विभाग बना बेपरवाह

माड़संदेश: जिला नारायणपुर।
नारायणपुर वन विभाग के डिप्टी रेंजर गजेंद्र मरकाम पर गंभीर आरोप लगते हुए पूसागांव और सूपगांव के मजदूरों ने कहा है कि उन्हें पिछले 6 महीनों से उनकी मेहनत की मजदूरी नहीं मिली है। मजदूरों ने बताया कि अंजरेल माइंस के जंगल में पेड़ कटिंग का कार्य फॉरेस्ट विभाग के कहने पर किया गया था, जिसमें दर्जनों ग्रामीणों ने परिश्रम किया। लेकिन डिप्टी रेंजर गजेंद्र मरकाम द्वारा उन्हें लगातार अगले महीने का आश्वासन देकर गुमराह किया जा रहा है।
मजदूरों ने यह भी आरोप लगाया कि फोन करने पर वन कर्मचारी गजेंद्र मरकाम कॉल नहीं उठाते और जब वे फॉरेस्ट कार्यालय पहुंचते हैं, तो वहां के कर्मचारी उन्हें डांट-फटकार कर भगा देते हैं। इससे थक-हारकर मजदूर 30 जून को जनदर्शन कार्यक्रम में कलेक्टर महोदया के समक्ष अपनी पीड़ा लेकर पहुंचे थे, जहां उन्हें जल्द निराकरण का आश्वासन मिला था। लेकिन आज 20 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
अब मजदूरों की पीड़ा कुछ यूं है:
“जब कलेक्टर के समक्ष गुहार लगाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ, तो अब हम किसके पास जाएं? क्या हमारी मेहनत की कोई कीमत नहीं?”
पीड़ित मजदूरों ने शासन से न्याय की मांग की है और जल्द से जल्द उनकी मजदूरी दिलाने की अपील की है।

