अपने पारंपरिक हथियारों के साथ हजारों की संख्या में आदिवासी जल जंगल जमीन व तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पहुचे
जिला नारायणपुर
माड़ बचाओ सर्व आदिवासी बेनर तले हजारों की संख्या में आंदोलन कर नारायणपुर घेराव करने पहुच रहे जिला नारायणपुर
अपने पारंपरिक हथियारों के साथ ग्रामीणों द्वारा जल जंगल जमीन के बचाव एवं तीन सूत्रीय मांगों को लेकर किया जा रहा आंदोलन
अंदरूनी क्षेत्र के अबूझमाड़ वासी कर रहे पुलिस कैम्प का विरोध
जिला मुख्यालय नारायणपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर ग्राम तोयमेटा में लगभग पूरे गांव के आदिवासियों द्वारा अपने पारंपरिक हथियारों के साथ हजारों की संख्या में सरकार व नारायणपुर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के विरुद्ध आंदोलन कर रहे हैं अबूझमाड़ में आदिवासियों द्वारा जल जंगल जमीन को बचाने के लिए कई महीनों से लगातार आंदोलन किया जा रहा है हजारों की संख्या में ग्रामीणों द्वारा कुंडला से कुतुल तक सड़क मार्ग की चौड़ीकरण नवीन पुलिस कैंप की स्थापना आमदाई घाटी खदान व रावघाट माइंस खदान को बंद करने के लिए मोर्चा खोलकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
अपनी मांगों के साथ ग्रामीणों का कहना है कि अबूझमाड़ के आदिवासियों को बेवजह नक्सली बताकर जेल में डाला जा रहा है बेकसूर आदिवासियों को जेल से रिहा करवाने के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है।
बेवजह आदिवासियों पर अरेस्ट हमला, अत्याचार करना बंद करो के नारे बाजी कर रहे ग्रामीण इरकभट्टी तोयामेटा ब्रहबेड़ा के सामाजिक कार्यकर्ताओं पर झूठा नक्सली केस डालना बंद करो, ब्रहबेड़ा कैंप में बैठे जनता व नहाती हुई महिलाओं के ऊपर ड्रोन चला कर वीडियो निकालकर उनकी बेइज्जती करना बंद करने का ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
माड़ में बिना ग्राम सभाओं की अनुमति के रोड चौड़ीकरण बिल्डिंग निमार्ण करना बंद करने का विरोध जताया ब्रहबेड़ा इरकभट्टी व तोयामेटा धरना प्रदर्शन पर हमला करना बंद करो का नारा लगाया गया।
महिलाओं के ऊपर अत्याचार करना बंद करो,अबूझमाड़ में बिना ग्रामसभा की अनुमति के पुलिस कैंप लाना बंद करो।
इन नारों के साथ अबूझमाड़ के ग्रामीणों द्वारा हजारों की संख्या में लामबद्ध होकर लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है ।
माड़ बचाओ बस्तर संभाग के आदिवासी अपने मांगों को लेकर पुनः नारायणपुर की ओर हजारों की संख्या में पहुचते हुए, कुछ दिन पूर्व ही आंदोलन कारी ग्रामीणों को जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा समझाइस देकर वापस उनके गांव लौटने को कहा गया था परंतु इनकी मांग पूरी नही होने के कारण पुनः नारायणपुर की ओर पद यात्रा कर पहुच रहे आंदोलन कारी माड़ वासी अपनी मांगो को लेकर लगातार माड़ क्षेत्र में आंदोलन कर रहे हैं, धरना स्थल बखरूपारा की ओर अधिक संख्या में माड़ के आन्दोलकारियों का प्रस्थान अपने पारंपरिक हथियारों एवं राशन व उपयोगी सामग्रियों के साथ मांगो को लेकर पहुचे जिला मुख्यालय धरना स्थल वहीं पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।