कौन था टाईगर बॉय चेंदरू ?
छत्तीसगढ़
आइए जानते है टाइगर बॉय चेंदरू के बारे में ;
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के गढ़बंगाल में “मुरिया” जनजाति के बालक चेंदरू मंडावी ने एक शावक को बचाया और उसे घर ले आए। चेंदरू शावक को टेम्बू कहकर पुकारते थे। बाघ और चेंदरू दोनों साथ-साथ बड़े हुए और दोनों की दोस्ती उस समय देश भर के लोगों में चर्चा का विषय बन गया। 60 के दशक में चेंदरू मंडावी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो चुके थे l विश्व के कोने-कोने से लोग चेंदरू और शावक की दोस्ती की झलक देखने आया करते थे। स्वीडिश फिल्म निर्देशक ने एक आदिवासी लड़के और बाघ के बीच दोस्ती की कहानी का पता लगाने के लिए बस्तर का दौरा किया। चेंदरू और टेम्बू की दोस्ती पर उन्होंने ‘द जंगल सागा’ नाम से एक फ़िल्म बनाई और चेंदरू पूरी दुनिया में ‘चेंदरू द टाइगर बॉय’ के नाम से प्रसिद्ध हो गए।
60 के दशक में चेंदरू और बाघ की दोस्ती ने पूरी दुनिया का ध्यान छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित किया और दुनियाभर से लोग छत्तीसगढ़ के अनछुए पहलुओं,आश्चर्यजनक और अविश्वसनीय तथ्यों को देखने यहां आया करते थे वर्तमान में जिला नारायणपुर गढ़बेंगाल में टाइगर बॉय चेंदरू के नाम से चेंदरू पार्क बनाया गया है l इसी को दृष्टिगत रखते हुए छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड ने ‘टाइगर बॉय चेंदरू’ को अपना मैस्कॉट बनाया है।
देश के बच्चों को छत्तीसगढ़ के पर्यटन क्षेत्रों के प्रति आकर्षित करने “लिटिल चाणक्य और चेंदरू के बस्तर एडवेंचर्स” के नाम से छत्तीसगढ राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के दिन टॉकिंग कॉमिक्स का विमोचन भी किया गया है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से आप डाउनलोड कर सकते हैं।