प्रख्यात हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे का निधन, साहित्य जगत में शोक की लहर


प्रख्यात हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे का निधन, साहित्य जगत में शोक की लहर
खबर माड़संदेश: रायपुर। साहित्य और हास्य कविता के क्षेत्र में देश-विदेश में अपनी विशेष पहचान बनाने वाले प्रख्यात कवि और पद्मश्री सम्मानित डॉ. सुरेंद्र दुबे का गुरुवार को निधन हो गया। दिल्ली के ACI अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उन्हें हार्ट अटैक आया था। परिवार के एक करीबी सूत्र ने उनके निधन की पुष्टि की है।
डॉ. सुरेंद्र दुबे ने अपने बेहतरीन हास्य और व्यंग्य से न केवल मंचों पर, बल्कि लोगों के दिलों में भी खास जगह बनाई थी। उनकी कविताएं सामाजिक व्यंग्य, ह्यूमर और ताजगी का अद्भुत संगम थीं। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2010 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था, जो साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान को दर्शाता है।
उनकी प्रसिद्ध रचनाओं में आम आदमी की व्यथा, सामाजिक विसंगतियों पर कटाक्ष, और जीवन के हल्के-फुल्के पहलुओं की हास्यपूर्ण प्रस्तुति शामिल हैं। वे दूरदर्शन, विभिन्न अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी दमदार प्रस्तुति के लिए पहचाने जाते थे।
डॉ. दुबे के निधन से साहित्यिक समुदाय स्तब्ध है। सोशल मीडिया से लेकर साहित्यिक मंचों तक उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। उनके साथी कवियों और प्रशंसकों ने उन्हें एक युग का हास्य सम्राट बताते हुए कहा कि उनका योगदान अमिट रहेगा।
छत्तीसगढ़ और पूरे देश में उन्हें याद करते हुए साहित्यिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।




