कांग्रेस राज में किया था भ्रष्टाचार अब आया भाजपा काराम राज, देखते हैं ईमानदारी की दुहाइयां देने वाले क्या करते हैं भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई
कोण्डागांव : बब्बी शर्मा
कोण्डागांव, प्रदेश के शिक्षा विभाग में प्राथमिक शालाओं में सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नतियां करने का आदेश लोकशिक्षण संचनालय छत्तीसगढ़ के पत्र क्रमांक:-पदोन्नती/2022/262 नवा रायपुर के द्वारा जारी किया गया था, इस आदेश के बिन्दु क्रमांक 1.के अनुसार पदोन्नत कर्मचारियों को शिक्षक विहीन अथवा एकल शिक्षकिय शालाओं में प्राथमिकता के आधार पर पदस्थ करने हेतु आदेशित किया गया था।
बिन्दु क्रमांक 5 में पदाकंन केवल रिक्त पदों पर ही करने हेतु निर्देशित किया गया था, किन्तु समिति द्वारा उक्त दोनों निर्देशों का पालन नहीं करते हुए 23विद्यालयों में डबल पदस्थापना जानबूझ कर की गई.समिती की अध्यक्षा श्रीमती मधुलिका तिवारी तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर वतर्मान में जिला कोण्डागांव में पदस्थ का आचरण सिविल सेवा (आचरण)नियम1965के नियम-3के विपरीत गंभीर कदाचार है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के राज्यपाल के प्रतिनिधि के रूप में राज्य के अवसर सचिव ने श्रीमती मधुलिका तिवारी के कृत्य के समान कृत्य करने वाले अन्य अधिकारियों जी०एस०मरकाम, हेमन्त उपाध्याय,के०कुमार, सी०एस०ध्रुव,आर०के०वर्मा,डी०एस०ध्रुव, श्रीमती शैल सिन्हा, ऊषा किरण खलको, संजय पुरी गोस्वामी तथा
एस०के०गेंदले आदि को आदेश क्रमांक F1-24/2023/20-2एवंजी25/2023/20-2दिनांक-
01/08/2023 को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण,
नियंत्रण तथा अपील)नियम 1966के नियम-9(1)(क)के तहत निलंबित करने का आदेश दिनांक 01/08/2023को दे चुके हैं।
परन्तु श्रीमती मधुलिका तिवारी के विरुद्ध संभागायुक्त सरगूजा के ज्ञापन क्रमांक 22/9/स्थापना/आयुक्त/2023दिनांक15/09/2023 में जांच समिति द्वारा अवैधानिक रूप से पैसों का लेन-देन कर भारी भ्रष्टाचार किते जाने की पुष्टि करते हुए दोषी करार दिया है व वैधानिक कार्यवाही किते जाने की अनुशंसा की है परन्तु अब तक श्रीमती मधुलिका तिवारी के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं किया जाना अनेक संदेहों को जन्म दे रहा है, कहीं उच्चाधिकारियों पर कोई राजनैतिक दबाव तो नहीं है या फिर कार्यवाही नहीं किये जाने के एवज में कुछ और ही चल रहा है?
आखिर इन सभी प्रश्नों का उत्तर कौन और कब देगा देखना होगा।