रायपुर। संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार (23 दिसंबर) को सुबह ही समाप्त हो गया और दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. 7 दिसंबर से शुरू हुए सत्र का आखिरी दिन भी हंगामेदार रहा. यह सत्र 29 दिसंबर को खत्म होने वाला था, लेकिन यह समय से पहले खत्म हो गया.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हुए कामकाज की जानकारी देते हुए बताया कि शीतकालीन सत्र के दौरान कुल 13 बैठकें हुईं, जो 68 घंटे 42 मिनट तक चलीं. वहीं सदन में चालू सत्र की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही. इस सत्र में लोकसभा में 9 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और कुल मिलाकर 7 विधेयक पारित हुए.
विपक्ष ने सरकार पर लगाया आरोप
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह कई मुद्दे पर विपक्षी नेताओं ने सरकार के साथ संघर्ष किया, जिससे कई बार व्यवधान उत्पन्न हुआ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भले ही भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर पिछले हफ्ते दोनों सदनों को संबोधित किया था, लेकिन विपक्ष ने केंद्र पर इस मामले को लेकर चर्चा की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया.
इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर ध्यान हटाने के लिए व्यवधान पैदा करने का आरोप लगाया था. बता दें कि सदन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर चिंता जाहिर की, इसके साथ ही देश की तैयारियों के बारे में जानकारी दी. इसके एक दिन बाद शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया.
समय से पहले स्थगित हुआ सत्र
पहले संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सात दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक के लिए प्रस्तावित थीं, लेकिन माना जा रहा है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सदनों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले बढ़ते कोरोना को लेकर हाई लेवल मीटिंग कर चुके हैं. इसके साथ ही आज यानी शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की.
नई गाइडलाइंस हो सकती हैं जारी
कोरोना की बढ़ती आहट के बीच केन्द्र सरकार और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी तरह सतर्क है. इसी कड़ी में सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नये साल और आगामी त्योहारों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना को लेकर नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है.