नारायणपुरशिक्षा

अधीक्षक की प्रताड़ना से 11वी के छात्र ने लगाया  फांसी

जिला नारायणपुर

जिला नारायणपुर घटना की सच्चाई जानने NSUI कि टीम पहुंची हॉस्टल
नारायणपुर के गारंजी में स्थित बुनियादी 500 सीटर बॉयज होस्टल में 11वि के योगेश वट्टी छात्र ने मच्छर दानी को गले का फंदा बना कर की खुदखुशी जिले के गारंजी में स्थित बुनियादी बॉयज हास्टल में शाम 5 बजे 11वी के छात्र ने खुद खुशी कर ली जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस के अधिकारियों ने परिजनों को बुला कर उसका शव फंदे से उतरा और पोस्मार्टम के लिए भेज दिया इधर  भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की टीम ने इसकी जानकारी मिलते ही  हॉस्टल का दौरा किया और पूरे मामले की जानकारी ली स्कूल में अध्ययनरत छात्रों का आरोप है कि अधीक्षक रवैया ठीक नहीं है अधीक्षक के द्वारा लगातार बच्चों को छोटी छोटी बातों को लेकर मार पीट किया जाता था एवं प्रताड़ित कर उन्हें खाने के लिए भी मना किया जाता था 12वीं के कुछ बच्चों का कहना है कि देर शाम तीन बच्चों को अधीक्षक द्वारा पहले तो मार पीट किया गया उसके बाद उससे परिजनों के सामने उससे बहुत गाली गलौज कर उसका टीसी काटने की बात कह कर उससे डाटा गया और पूरे हास्टल के बच्चों के सामने उससे आधे घंटे से ऊपर उससे घुटने के बल अधीक्षक के द्वारा रखा जिसके बाद उस लड़के को आत्मसम्मान में ठेस पहुंची तथा मानसिक रूप से भयभीत होकर लड़के ने फांसी लगा ली कई बच्चों का कहना है पूर्व में जो अधीक्षक थे उनका व्यवहार बहुत अच्छा था पर जबसे ये नए अधीक्षक हॉस्टल में आए किसी भी बच्चे से अच्छे से बात नहीं करते और न ही परिजनों से भी मुलाकात करने नहीं देते बात बात पर टीसी काटने की बात कहते
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन जिलाध्यक्ष विजय सलाम ने कहां की जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी सबसे पहले आर एस एस विचार धारा के लोगो को भाजपा के बड़े नेताओं ने सिफारिश पर मोटी रकम लेकर शिक्षकों को मंडल संयोजक से लेकर अधीक्षक बना दिया  जहां उन्हें हास्टल संचालन करने का कोई अनुभव नहीं जिसका दुष्परिणाम हुआ कि आज एक छात्र ने अधीक्षक से परेशान होकर खुद खुशी कर ली और इसी अधीक्षक के द्वारा दबाव बना कर कुछ दिन पूर्व में ही हॉस्टल के बच्चों को आर एस एस के शाखा में लेजाकर उनको प्रशिक्षण दिलाया गया और उनसे फॉर्म भरवा कर उनका पैसा उस अधीक्षक द्वारा स्वयं ही दिया गया कुछ दिनों पूर्व इसी छात्रावास से कुछ बच्चे रात्रि कालीन को हॉस्टल से भाग कर अपने घर के लिए निकल गए थे इस से अंदाजा लगा सकते है कि हॉस्टल अधीक्षक किसके इशारे पर काम कर रहे है और किसका संरक्षण अधीक्षक पर बना हुआ है ।
आदिवासी नेता और जनपद सदस्य उमेश कर्मा ने बताया कि जहां एक ओर पूर्व रमन सिंह के सरकार ने बुनियादी हॉस्टलों का निर्माण आदिवासी बच्चों के उत्थान के लिए किया गया था और आज पूरे अबुझमाड़ के छात्रावासों में गैर आदिवासी समुदाय के लोग आदिवासी छात्रावासों का संचालन कर रहे है वो आदिवासी बच्चों को कैसे समझ पाएंगे कि उनकी रीति नीति रहा सहन कैसा है आर एस एस भाजपा  के लोगो ने आदिवासी बच्चों भविष्य को सुधारने बनाए के छात्रावासों में अपना कब्जा जमा लिया है जिसमें हमारे भोले भाले आदिवासी बच्चे आज अधीक्षकों से परेशान प्रताड़ित होकर अपनी आत्महत्या करने में मजबूर है ।
एन एस यू आई प्रदेश सचिव जय वट्टी ने कहां की आगमी समय में अगर अधीक्षक के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं होती तो उग्र आंदोलन किया जाएगा और हमारे छात्र छात्राओं के लिए सड़को पर उतरेंगे

Maad Sandesh
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