अपने पारंपरिक हथियारों के साथ हजारों की संख्या में आदिवासी ग्रामीण जल जंगल जमीन के बचाव में कर रहे आंदोलन
जिला नारायणपुर
ब्लॉक रिपोर्टर कानसाय नेताम
अपने पारंपरिक हथियारों के साथ आदिवासियों द्वारा जल जंगल जमीन के बचाव में किया जा रहा आंदोलन
अंदरूनी क्षेत्र के अबूझमाड़ के आदिवासी कर रहे पुलिस कैम्प का विरोध
जिला मुख्यालय नारायणपुर से लगभग 25 किलोमीटर दूर ग्राम इरकभट्टी में लगभग 40 गांव के आदिवासियों द्वारा अपने पारंपरिक हथियारों के साथ हजारों की संख्या में सरकार व नारायणपुर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के विरुद्ध आंदोलन कर रहे हैं अबूझमाड़ में आदिवासियों द्वारा जल जंगल जमीन को बचाने के लिए कई महीनों से लगातार आंदोलन किया जा रहा है हजारों की संख्या में ग्रामीणों द्वारा कुंडला से कुतुल तक सड़क मार्ग की चौड़ीकरण नवीन पुलिस कैंप की स्थापना आमदाई घाटी खदान व रावघाट माइंस खदान को बंद करने के लिए मोर्चा खोलकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
अपनी मांगों के साथ ग्रामीणों का कहना है कि अबूझमाड़ के आदिवासियों को बेवजह नक्सली बताकर जेल में डाला जा रहा है बेकसूर आदिवासियों को जेल से रिहा करवाने के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है।
बेवजह आदिवासियों पर अरेस्ट हमला, अत्याचार करना बंद करो के नारे बाजी कर रहे ग्रामीण इरकभट्टी तोयामेटा ब्रहबेड़ा के सामाजिक कार्यकर्ताओं पर झूठा नक्सली केस डालना बंद करो, ब्रहबेड़ा कैंप में बैठे जनता व नहाती हुई महिलाओं के ऊपर ड्रोन चला कर वीडियो निकालकर उनकी बेइज्जती करना बंद करने का ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
माड़ में बिना ग्राम सभाओं की अनुमति के रोड चौड़ीकरण बिल्डिंग निमार्ण करना बंद करने का विरोध जताया ब्रहबेड़ा इराक भट्टी व तोयामेटा धरना प्रदर्शन पर हमला करना बंद करो का नारा लगाया गया।
महिलाओं के ऊपर अत्याचार करना बंद करो,अबूझमाड़ में बिना ग्रामसभा की अनुमति के पुलिस कैंप लाना बंद करो।
इन नारों के साथ अबूझमाड़ के ग्रामीणों द्वारा हजारों की संख्या में लामबद्ध होकर विरोध प्रदर्शन किया गया।