मालवी मेला में रस्सी झूला बेचकर बेटे की शिक्षा दीक्षा करा रहा एनआईटी दिल्ली में
जिला नारायणपुर मुख्यालय सुविश्वप्रसिद्ध मावली मेला घूम घूम कर नाइलॉन रस्सी झूला बेचने आये,डी. पंडो श्रीकाकुलम आंध्रप्रदेश से हैं जो मेले में नाइलोन झूला बेचने आये हुए है,माड़ संदेश से बातचित करने के दौरान यह मालूम पड़ा की कई वर्षों से ये मेले में घूम घूम कर नाइलोन झूला बेचते आ रहे हैं रोचक बात ये लगी कि दो पुत्र जिसमे बड़ा बेटा एनआईटी दिल्ली में अध्यन कर रहा है आपको बता दें कि दिल्ली एनआईटी में एडमिशन कर पढ़ाई आसान नही है,और छोटा बेटा आंध्रप्रदेश में 10 कक्षा में पढ़ रहा है।हम सत्य जानने के लिए दिल्ली में अध्यययन कर रहे पुत्र से वीडियो कॉल के माध्यम से बात भी करवाया गया,यह देख अच्छा लगा की अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए माता/ पिता कितनी मेंहनत करते है पिता अपने परिवार औऱ बच्चों की परवरिश पढाई लिखाई के लिए जिन्दगी के साथ कितना जद्दोजहद कर मेले में घूम घूम कर अपना मामूली सा व्यापार के माध्यम से अपने पुत्र को दिल्ली एनआईटी पढ़ाई पुर्ण करा कर काबिल इंसान बनाना की चाहत लिए कड़ी मेहनत कर रहा है,और मेले में घूम घूम कर नाइलॉन रस्सी झूला बेच रहा है। इससे प्रेरणा यह मिलती है कि कड़ी मेहनत करने वाले ही बड़े सपनों को साकार करते हैं।