आचार संहिता में आबकारी विभाग भीतर कर्मचारियों से अवैध वसूली
बालोद-विजय पारख
बालोद- प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है कि राज्य के लोकतंत्र महोत्सव में चुनाव शांति पूर्ण एवं निर्विवाद रुप से संपन्न हो। किंतु राज्य के शासकीय विभागों में से ही कहीं कोई अव्यवस्था और अशांति पैदा कर रहा है तब ऐसे विभाग पर भी कारवाई होनी चाहिए। मामला बालोद जिले के आबकारी विभाग के भीतर अपने ही कर्मचारियों से अवैध व दबाव पूर्वक जबरिया वसुली करने का है। जिसमें, जिले के शासकीय मदिरा दुकानों के फिल्ड मैनेजर धीरेन्द्र सिंह द्वारा विभागीय दुकानदारों से मनमाने ढंग से व अनुचित रूप से भारी भरकम राशि की डिमांड करना बताया जा रहा है। यदि इन मदिरा दुकानों के विक्रय कर्मचारियों द्वारा इस धीरेन्द्र सिंह को मुँह मांगा रकम नहीं दिया जाता है तब उन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिये जाने का दंड मिलता है। शासकीय मदिरा दुकानों के विक्रेता कर्मचारियों ने मीडिया को बताया कि फिल्ड मैनेजर धीरेन्द्र सिंह द्वारा इनसे दबाव पूर्वक अवैध वसूली की जाती है और मनमाफिक पैसे नहीं मिलने पर कर्मचारियों के तनख्वाह से पैसे काट लेता है और फिर भी इस मैनेजर का मन नहीं भरा तब इन निर्दोष कर्मचारियों को अपने पेट रोजी नौकरी तक से हाथ धोना पड़ जाता है। जिसकी शिकायत इन कर्मचारियों ने जिला आबकारी अधिकारी और आबकारी विभाग के राज्य प्रमुख अधिकारियों को दी गई है। सवाल उठता है कि सरकारें बेरोजगारों को नौकरी देने का काम करती है फिर भी विभाग के भीतर कमीशन खाेरी, अवैध वसूली होता है यह बड़ी शर्मनाक। मदिरा दुकानों के कर्मचारियों ने जिले के उच्चाधिकारियों से की है।