रायगढ़। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद जरा सी चूक के चक्कर में लोग सायबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में 30 लाख रुपए की ऑनलाईन धोखाधड़ी के प्रकरण में पुलिस टीम ने बाहर जाकर 2 मुल्जिमों को धरदबोचा है। कोरोना काल में घर बैठे शातिरों ने जिस तरह बेहद चालाकी से मोबाइल और कम्प्यूटर के जरिए सायबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया, उससे खाकी वर्दीधारियों की नींद हराम हो गई थी। अब भले ही कोरोना का कहर सिमट गया है, फिर भी कुछ ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो हाईटेक तरीके से भोले भाले लोगों को ऑनलाईन ठगी का शिकार बनाकर उनकी जमापूंजी हड़प कर जा रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि सायबर ठगों की कारस्तानियों को देख पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है, विभाग की सायबर सेल बकायदा ऐसे प्रकरणों पर अपनी नजर गड़ाए है, फिर भी लोगों की थोड़ी सी लापरवाही से इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं। इसी क्रम में शहर के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र में हुए ऐसे ही प्रकरण में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत 101 में लिया है।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने पूर्वनियोजित तरीके से टीम गठित कर रायगढ़ से बाहर काफी मेहनत मशक्कत के बाद आखिरकार उन दो फांदेबाजों को अपने शिकंजे में कस लिया है जो शातिराना तरीके से 30 लाख रुपए की सायबर ठगी की घटना कर फरार होने के फिराक में थे। सीधे-साधे लोगों को हाईटेक ढंग से आर्थिक नुकसान पहुंचाने में माहिर इन दोनों मुल्जिमों की गिरेबां तक पहुंचने में वर्दीधारियों को कई पापड़ भी बेलने पड़े, मगर उन्होंने हार नहीं मानी और अंततः दोनों आरोपियों को रायगढ़ ले आए।
बहरहाल, पीड़ित कौन है और वह किस तरह सायबर ठगी का शिकार हुआ, पुलिस इस बारे में कुछ भी बताने में परहेज कर रही है। यही नहीं, चार सौ बीसी के इस केस को पुलिस विभाग के सीसीटीएनएस में सेंसेटिव कर दिया गया है, ताकि मीडिया को इसकी भनक तक न, लग सके।