छत्तीसगढ़ : ओड़िशा से गांजा लाकर क्षेत्र में अवैध बिक्री करने वाले दो युवक गिरफ्तार,
जूटमिल पुलिस की कार्यवाई में आरोपियों से 2 किलो गांजा जप्त, एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही कर भेजा गया रिमांड
सारंगढ : शहर के कुछ इलाकों में अवैध रूप से गांजा पुड़िया बिक्री की शिकायत पर एसपी श्री अभिषेक मीना द्वारा सभी थाना, चौकी प्रभारियों को कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं । जिले में सीमावर्ती राज्य से अवैध गांजे की तस्करी पर निगरानी के मुख्य चेक पोस्ट के अलावा अंदरूनी मार्गों पर पुलिस मुखबिर लगाकर एवं सतत पेट्रोलिंग कर निगाह रख रही है । वहीं एडिशनल एसपी श्री संजय महादेवा एवं सीएसपी अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर शहर में गांजे की अवैध बिक्री करने वालों पर मुखबिर लगाकर पुलिस सूचनाएं एकत्र कर रही है ।
इसी क्रम में कल 15 दिसंबर के सुबह साइबर सेल/चौकी प्रभारी जूटमिल उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल को मुखबिर से सूचना मिला की एक मोटरसाइकिल में सवार दो व्यक्ति उड़ीसा से गांजा लेकर शहर की ओर आ रहे हैं । चौकी प्रभारी कमल किशोर पटेल अपने स्टाफ की अलग-अलग टीमें बनाकर शहर में प्रवेश करने वाले मार्गों में तैनात कर स्वयं एक टीम के साथ नाकेबंदी के लिये रवाना हुए ।
पुलिस टीम ने मुखबीर के बताए हुलिए अनुसार मोटरसाइकिल पर आ रहे दो व्यक्तियों को अमापाली मेन रोड के पास दोपहर करीब 15:30 बजे रोका गया, पूछताछ में में दोनों अपना नाम-(1) मनोरंजन दास उर्फ गुड्डु पिता स्वर्गीय मुकुद दास उम्र 33 वर्ष सा0 कोडपल्ला थाना अम्बाभौना जिला बरगढ़ उडिसा (2) हीरालाल कुर्रे पिता अमर सिंह कुर्रे उम्र 25 वर्ष साकिन रायकोना थाना सरसिवा जिला सारंगढ बिलाईगढ (छ.ग.) के रहने वाले बताए जिनको कार्यवाही की जानकारी देकर उनका विधिवत तलाशी लिया गया । तलाशी में आरोपियों के पास रखे थैला के अंदर 2 पैकेट खाकी रंग के प्लास्टिक टेप से लिपटा हुआ संदेहास्पद पदार्थ मिला जिसे गवाहों के समक्ष चेक करने पर गांजा का होना पाया गया । आरोपियों से अवैध गांजा के संबंध में पूछताछ करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए ।
आरोपियों से दो पैकेट गांजा वजन 2 किलोग्राम गांजा कीमत ₹10,000 तथा गांजा परिवहन में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सी.जी. जी.जी.-7631 कीमत ₹30,000 को जप्त कर आरोपियों पर धारा 20(B) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । गांजा रेड की कार्यवाही में पुलिस चौकी जूटमिल के प्रभारी उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल, सहायक उपनिरीक्षक शशिदेव भोय, प्रधान आरक्षक रामनाथ बनर्जी आरक्षक बनारसी सिदार और विनय तिवारी की अहम भूमिका रही है ।