रायपुर I बिलासपुर-इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस को रायगढ़ से इंदौर के बीच चलाने की तैयारी है। इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेजा है। वहां से मंजूरी मिलने के 6 महीने बाद इसे लागू किया जाएगा। हालांकि रेलवे जोन से इस प्रस्ताव बोर्ड में मंजूरी मिलना तय है, उसमें किसी तरह कोई तकनीकी परेशानियां नहीं आएगी।
बिलासपुर मंडल की सबसे पुरानी ट्रेनों बिलासपुर- इंदौर- बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस है। यह ट्रेन छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के साथ-साथ शुरू हुई थी। बिलासपुर जोनल मुख्यालय है। यहां से लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही है, इसलिए कोचिंग डिपो पर प्रेशर बढ़ रहा है। इसे कम करने बिलासपुर रेलवे स्टेशन से छूटने वाली नर्मदा एक्सप्रेस को सबसे पहले रायगढ़ शिफ्ट किया जाएगा। बिलासपुर से झारसुगड़ा के बीच चौथी लाइन का काम अधिकांश जगहों में पूरा होने को है। इससे ट्रेनों को चलाने में सुविधा होगी।
सालों पुरानी मांग है नर्मदा एक्सप्रेस :
इस ट्रेन को बिलासपुर के बदले रायगढ़ से चलाने के मांग अविभाजित मध्यप्रदेश के दिनों से उठ रही है।लेकिन इसे हर समय रेलवे नजरअंदाज करता रहा, अब इस बिलासपुर में ट्रेनों का दबाव बढ़ गया है। ऐसे में वहां पर कई ट्रेनों को उस्लापुर से चलाने के साथ अब रायगढ़ से भी ट्रेनों को चलाने तैयारियां की जा रही है।
चार साल बाद जीएम आएंगे रायगढ़ निरीक्षण के लिए
एसईसीआर रेलवे जोन के जीएम आलोक कुमार का रायगढ़ रेलवे स्टेशन और आसपास रेलवे परिक्षेत्र का निरीक्षण करना है, हालांकि इसके पहले यह निरीक्षण 2018 में हुआ था। हर पांच सालों में जोन के जीएम स्टेशनों का निरीक्षण करते है, इसके पहले ही पूरे स्टेशन सारी व्यवस्था पूरी तरह व्यवस्थित कराने के साथ दीवार, प्लेटफार्म, रेलवे ट्रैक में साफ-सफाई के साथ रंग रोगन और पूरे स्टेशन को दिन में 8-10 बार साफ सफाई कराई जा रही है। दो नंबर गेट में दूसरे प्लेटफार्म जाने के लिए पुराना फुट ओवरब्रिज उसे भी बंद करके अब नया फुटओवरब्रिज को शुरू कराया जा रहा है।
इसलिए रेलवे कर रहा रायगढ़ शिफ्ट करने की तैयारी
इंदौर से आने वाली नर्मदा एक्सप्रेस दोपहर 1 बजे बिलासपुर पहुंच जाती है और दूसरे दिन सुबह 11 बजे तक इसकी रैक बिलासपुर में खड़ी रहती है। इसका इस्तेमाल रायगढ़ से करने की तैयारी है। अभी रायगढ़ से कटनी रूट में जाने के लिए हर दिन एक ही ट्रेन कलिंग उत्कल एक्सप्रेस है । सप्ताह में चलने वाली हीराकुंड एक्सप्रेस के अलावा उदयपुर-शालीमार ही ट्रेन है। ऐसे में यह ट्रेन भी चलने से यात्रियों को सुविधाएं बढ़ जाएगी।