कोण्डागांव:-बब्बी शर्मा
कोण्डागांव, जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ०आर०के०सिंग की सजगता से विगत लगभग अठारह माह से अवैधानिक तरीके से चलने वाले
एक परिक्षण केन्द्र का भांडा फोड़ हुआ है।
यह परिक्षण केन्द्र यू व्ही डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम पर डीएमके कालोनी में जगदलपुर निवासी किसी मनोज चन्द्राकर नामक व्यक्ति द्वारा अपने अधीन कर्मचारीयों को रख कर संचालित किया जा रहा था,इस परिक्षण केन्द्र में कार्यरत एक कर्मचारी द्वारा जब जिला अस्पताल में शासन द्वारा स्थापित सी.टी.स्कैन मशीन को चलाने हेतु प्रशिक्षित व्यक्ति की आवश्यकता के बारे में जानकारी एकत्र करने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी संपर्क किया तो जब उक्त व्यक्ति से अनुभव के बारे में पूछा ने प्रेस उसके द्वारा इस अवैधानिक परिक्षण केन्द्र में कार्यरत होने की बात बताई गई,इस परिक्षण केन्द्र के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से किसी भी तरह का पंजीयन नहीं कराये जाने की बात सामने आई,तब मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए इस अवैधानिक परिक्षण केन्द्र को बंद कराने हेतु
एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर केन्द्र को सील करवा दिया।
परन्तु अब प्रश्न यह है कि क्या पुर्व में पदस्थ मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा अनुज्ञप्ति समिति द्वारा इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई कि लाखों रुपए खर्च कर बनाये गये इस परिक्षण केन्द्र के संचालन के लिए वैधानिक दस्तावेज अधिक्रित कार्यालय से प्राप्त नहीं किये गये थे,या फिर अवैधानिक रूप से परिक्षण केन्द्र के संचालन के लिए कुछ मासिक परितोषिक विभागीय कर्मचारियों को मिलता रहा है।
खैर समय रहते ही इस अवैधानिक परिक्षण केन्द्र का पर्दाफाश हो गया अन्यथा कोई भी बड़ी अनहोनी घटना हो सकती थी,इस तात्विक कार्यवाही के लिए मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी धन्यवाद के पात्र हैं।