जिम्मेदार कौनः कुम्हारी फ्लाईओवर पर एक के बाद एक दो हादसे, कार भी वहीं जा गिरी जहां बाइक सवार गिरे….पति-पत्नी की मौत, बच्ची की हालत गंभीर
ब्रिज अभी अधूरा है, इसके बाद भी वहां निर्माण कंपनी ने नहीं लगाए बेरिकेड्स, पुलिस भी आई तो मौतों के बाद
जिम्मेदार कौनः कुम्हारी फ्लाईओवर पर एक के बाद एक दो हादसे, कार भी वहीं जा गिरी जहां बाइक सवार गिरे….पति-पत्नी की मौत, बच्ची की हालत गंभीर
– ब्रिज अभी अधूरा है, इसके बाद भी वहां निर्माण कंपनी ने नहीं लगाए बेरिकेड्स, पुलिस भी आई तो मौतों के बाद
राजधानी रायपुर (Raipur) से सटे दुर्ग (Durg) के निर्माणाधीन कुम्हारी (Kumhari) फ्लाईओवर (Fly Over) पर शुक्रवार देर रात बड़ा हादसा (Accident) हो गया। दुर्घटना इतनी भयानक हुई है कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। इस हादसे में बाइक (Bike) पर सवार पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उनकी बेटी की हालत गंभीर है। बाइक सवार के ब्रिज (Bridge) से नीचे गिरने के कुछ देर बात ही एक कार (Car) भी उसी जगह नीचे सड़क पर जा गिरी। हालांकि, कार का एयर बैग (Air Bag) खुल गया और ड्राइवर (Driver) को कुछ नहीं हुआ। उसे मामूली चोटें आई हैं।
रायपुर. बताते चलें कि गुजरे लगभग 3 साल से कुम्हारी फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यातायात के बढ़ते दबाव की वजह से पुल के एक ओर को हल्के वाहनों के लिए खोला गया है और दूसरी ओर काम चल रहा है। रात लगभग 10.30 बजे मोटरसाइकिल सवार ब्रिज की रॉन्ग साइड वाली रोड में चढ़ गए। इसी दौरान पिलर नंबर-48 के बाद ब्रिज खत्म हो गया और बाइक चालक सीधे नीचे जा गिरे। हादसे के बाद बाइक चालक पिलर में ही अटक गया। उसकी पत्नी और बेटी नीचे जा गिरे। दुर्घटना में पति-पत्नी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि बेटी को गंभीर चोटें आई हैं। इस हादसे के कुछ ही देर बाद एक कार भी तेजी से आई और उसी जगह नीचे सड़क पर जा गिरी। हालांकि कार का एयर बैग खुलने के कारण ड्राइवर को कुछ नहीं हुआ। उसे मामूली चोटें आई हैं। अस्पताल में उसका इलाज जारी है। पुलिस (Police) ने मामला दर्ज कर किया है और जांच जारी है।
भिलाई से रायपुर लौट रहे थे बाइक सवार
बताया जा रहा है कि आजूराम देवांगन (45) अपनी पत्नी निर्मला देवांगन (40) और बेटी के साथ भिलाई से शादी समारोह में शामिल होकर शुक्रवार रात को रायपुर जा रहे थे। तभी कुम्हारी फ्लाईओवर पर ये हादसा हो गया। मृतक आजूराम देवांगन रायपुर के चंगोरा भाटा इलाके में रहते थे। वे सब्जी के व्यवसाय से जुड़े थे। तीन बेटियों में एक की मौत हुई है।
हादसे की असली वजह लापरवाही…
-ब्रिज अभी अधूरा है। इसके बाद भी वहां निर्माण कंपनी ने निर्माणाधीन दूसरी रोड में वाहन जाने से रोकने के लिए बेरिकेड्स नहीं लगाए हैं।
-रोड पर कोई डायवर्सन भी नहीं किया गया है।
-शुरुआत में रोड बनी हुई लेकिन बीच में निर्माण नहीं हुआ है।
-अंधेरा और कोई बेरिकेडिंग या इंडिकेशन नहीं होने से बाइक सीधे नीचे गिर गई।
-लोग अधूरे ब्रिज में जा रहे हैं।
पुलिस की भी सक्रियता पर सवाल
एक ही जगह पर कुछ ही अंतराल में हुए दो हादसे के बाद भी नहीं पहुंच, इसलिए पुलिस की तैनाती पर भी अब सवाल उठ रहे हैं। बाइक के ब्रिज से गिरने के ठीक 3 घंटे बाद कार भी नीचे गिर जाती है लेकिन पुलिस वहां पर मौके पर नहीं पहुंचती। लोगों का कहना है, अगर बाइक हादसे के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंचती या वहां तैनात रहती तो संभवतः कार ब्रिज से नहीं गिरती ।